1. आपका दिल एक दिन में लगभग 100,000 बार धडकता है.
2 . आप के शरीर की लगभग 25 फीसदी हड़डियाँ आप के पैरों में होती हैं.
3 . ऊगलियों के नाखुन पैरों के नाखुनों से 4 गुना ज्यादा जलदी बढ़ते हैं.
4 . आप 300 हड़डियों के साथ जन्म लेते है., पर 18 साल तक होतो-होते आप की हड़डियाँ जुड़ कर 206 रह जाती हैं.
5 . एक औसतन इंन्सान दिन में 10 बार हसता है.
6. अगर आप 8 साल, 7 महीने और 6 दिनों तक चिल्लाएँ तब आप एक कप कौफी बनाने के लिए जरूरी ताप की मात्रा प्राप्त कर लेगें.
7 . हमारे शरीर में सबसे ताकतवर मासपेशी हमारी जीभ है.
8 . जो लोग इस को पढ़ रहे है उन में से 75 % से ज्यादा लोग अपनी कुहनी चाटने की कोशिश करेगे.
9. हमारे मानव दिल में बहुत शक्ति होती है और यह बहुत ही अधिक दबाब से खून पंप करता है. अगर मान ले का हमारा दिल हमारे शरीर बाहर खून पंप करे तो यह खून को 30 मीटर ऊपर उछाल सकता है.
10 . एक साल में आपके शरीर
की मासपेशीयाँ 50,00,000(50लाख) बार हरकत करतीं है.
11. आप अपने आप को सांस रोक के नही मार सकते ऐसा मुशकिल होता है क्योंकि हमारी सास वाली मासपेशीयाँ हमारे द्वारा किए गए कंटरोल से अधिक ताकतवर होती है।
2 . आप के शरीर की लगभग 25 फीसदी हड़डियाँ आप के पैरों में होती हैं.
3 . ऊगलियों के नाखुन पैरों के नाखुनों से 4 गुना ज्यादा जलदी बढ़ते हैं.
4 . आप 300 हड़डियों के साथ जन्म लेते है., पर 18 साल तक होतो-होते आप की हड़डियाँ जुड़ कर 206 रह जाती हैं.
5 . एक औसतन इंन्सान दिन में 10 बार हसता है.
6. अगर आप 8 साल, 7 महीने और 6 दिनों तक चिल्लाएँ तब आप एक कप कौफी बनाने के लिए जरूरी ताप की मात्रा प्राप्त कर लेगें.
7 . हमारे शरीर में सबसे ताकतवर मासपेशी हमारी जीभ है.
8 . जो लोग इस को पढ़ रहे है उन में से 75 % से ज्यादा लोग अपनी कुहनी चाटने की कोशिश करेगे.
9. हमारे मानव दिल में बहुत शक्ति होती है और यह बहुत ही अधिक दबाब से खून पंप करता है. अगर मान ले का हमारा दिल हमारे शरीर बाहर खून पंप करे तो यह खून को 30 मीटर ऊपर उछाल सकता है.
10 . एक साल में आपके शरीर
की मासपेशीयाँ 50,00,000(50लाख) बार हरकत करतीं है.
11. आप अपने आप को सांस रोक के नही मार सकते ऐसा मुशकिल होता है क्योंकि हमारी सास वाली मासपेशीयाँ हमारे द्वारा किए गए कंटरोल से अधिक ताकतवर होती है।