Tuesday 28 July 2015

DR. Abdul Kalam said .....

डॉ. अब्दुल कलाम ने कहा था कि ......
* ''मेरी मृत्यु के बाद यदि आप मुझे सच्ची श्रद्धांजलि देना चाहते हैं तो मेरे लिए किसी भी प्रकार के अवकाश की घोषणा न करें , बल्कि मेरे लिए दुगुने वेग और दुगुनी ऊर्जा से अपने राष्ट्र के लिए काम करें .''
* डॉ. कलाम ने यह भी कहा था कि .....
- चलो हम अपना आज कुर्बान करते हैं, जिससे हमारे बच्चों को बेहतर कल मिल सके ।
- भगवान उन्हीं व्यक्तियों की मदद करता है, जो कड़ी मेहनत करते हैं। यह सिद्धान्त स्पष्ट होना चाहिए।
- आपके सपने सच हों, इसके लिए सपने देखना जरूरी है।
- छात्रों को प्रश्न जरूर पूछना चाहिए. प्रश्न पूछना छात्र का जिज्ञासापरक सर्वोत्तम गुण है।
- अगर एक देश को भ्रष्टाचार मुक्त होना है तो मैं यह महसूस करता हूं कि हमारे समाज में तीन ऐसे लोग हैं जो ऐसा कर सकते हैं.. ये हैं - पिता, माता और शिक्षक।
- मनुष्य को मुश्किलों का सामना करना जरूरी है, क्योंकि सफलता के लिए यह जरूरी है।
- महान सपने देखने वालों के सपने हमेशा श्रेष्ठ होते हैं।
- जब हम बाधाओं का सामना करते हैं तो हम पाते हैं कि हमारे भीतर वह साहस और लचीलापन मौजूद है, जिसकी हमें स्वयं जानकारी नहीं थी और यह तभी सामने आता है ,जब हम असफल होते हैं। जरूरत है कि हम इन्हें तलाशें और जीवन में सफल बनें।
** युवाओं के लिए कलाम का विशेष संदेश --
- अलग ढंग से सोचने का साहस करो, आविष्कार का साहस करो, अज्ञात पथ पर चलने का साहस करो, असंभव को खोजने का साहस करो और समस्याओं को जीतो और सफल बनो.. ये वो महान गुण हैं जिनकी दिशा में तुम अवश्य काम करो।
- हमें हार नहीं माननी चाहिए और समस्याओं को हम पर हावी नहीं होने देना चाहिए।