राजस्थान का परिचय
राजस्थान भारत का एक प्रान्त है। यहाँ की
राजधानी जयपुर है। राजस्थान भारत गणराज्य के
क्षेत्रफल के आधार पर सबसे बड़ा राज्य है। इसके
पश्चिम में पाकिस्तान, दक्षिण-पश्चिम में गुजरात,
दक्षिण-पूर्व में मध्य प्रदेश, उत्तर में पंजाब, उत्तर-पूर्व
में उत्तर प्रदेश और हरियाणा है। राज्य का क्षेत्रफल
3,42,239 वर्ग कि.मी. (1,32,139 वर्ग मील) है।
भौगोलिक विशेषताओं में पश्चिम में थार मरुस्थल और
घग्गर नदी का अंतिम छोर है। विश्व की पुरातन
श्रेणियों में प्रमुख अरावली श्रेणी राजस्थान की
एकमात्र पहाड़ी है, जो कि पर्यटन का केन्द्र है,
माउंट आबू और विश्वविख्यात दिलवाड़ा मंदिर को
सम्मिलित करती है। पूर्वी राजस्थान में दो बाघ
अभयारण्य, रणथम्भौर एवं सरिस्का हैं और भरतपुर के
समीप केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान है, जो पक्षियों
की रक्षार्थ निर्मित किया गया है। राजस्थान
भारतवर्ष के पश्चिम भाग में अवस्थित है जो प्राचीन
काल से विख्यात रहा है। तब इस प्रदेश में कई इकाईयाँ
सम्मिलित थी, जो अलग-अलग नाम से सम्बोधित
की जाती थी।
राजस्थान हमारे देश का क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे
बड़ा राज्य हैं, जो हमारे देश के उत्तर-पश्चिम मे
स्थित है। यह भू-भाग प्रागैतिहासिक काल से लेकर
आज तक कई मानव सभ्यताओ के विकास एवं पतन की
स्थली रहा है। यहाँ पूरा-पाषाण युग, कांस्य युगीन
सिंधु सभ्यता की प्राचीन बस्तियाँ, वैदिक सभ्यता
एवं ताम्रयुगीन सभ्यताएँ खूब फली फूली थी। छठी
शताब्दी के बाद राजस्थानी भू-भाग मे राजपुत
राज्यो का उदय प्रारम्भ हुआ। जो धीरे धीरे सम्पूर्ण
क्षेत्र मे अलग-अलग रियासतो के रूप मे विस्तृत हो
गयी। ये रियासते राजपूत राजाओ के अधीन थी।
राजपूत राजाओ की प्रधानता के कारण कालांतर मे
इस सम्पूर्ण क्षेत्र को 'राजपूताना' कहा जाने लगा।
वाल्मीकि ने राजस्थान प्रदेश को 'मरुकांतार' कहा
है।