Friday 7 August 2015

Akbar Sampuarn Empire (1542-1605 AD.) The Tricks

अकबर के सम्पुर्ण साम्राज्य (1542-1605 ई.) की Tricks **
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अकबर (1542-1605 ई.)
जन्म दिनांक-15 अक्टूबर,1542 ई.
माता-हमीदा बानू बेगम
पिता-हुमांयूँ
जन्म स्थान-अमरकोट के राणा वीर साल के महल में।
राज्याभिषेक-14 फरवरी, 1556 ई. को पंजाब के कलानौर नामक स्थान पर हुआ।
शिक्षक- अब्दुल लतीफ़ ईरानी विद्वान थे।
उपाधि- जलालुद्दीन मुहम्मद अकबर वादशाही गाजी की उपाधि से राजसिंहासन पर बैठा।
संरक्षक- बैरम खां (1556-1560 ई.) की हत्या मक्का तीर्थ यात्रा के दौरान पाटन नामक स्थान पर मुबारक खाँ ने की थी।
सेनापति- मान सिंह
अकबर के दरबार के नौ रत्न
TRICK-"BAT(बात) BAT(बात) PE(पे) MDH(मशाले का ब्रांड)"
B-भगवान दास (अमीर-ऊल-ऊमरा की उपाधि)
A-अबुलफज़ल (अकबरनामा ग्रन्थ की रचना)
T-तानसेन (जन्म ग्वालियर में हुआ, प्रमुख कृतियाँ- मियाँ की टोडी, मियां का मल्हार, मियां का सारंग आदि। कंठाभरण वाणीविलास की उपाधि अकबर ने प्रदान की)
B-बीरबल (बचपन का नाम महेश दास और अकबर ने कविप्रिय की उपाधि प्रदान की)
A-अब्दुर्रहीम खानखाना
T-टोडरमल "PE-silent"
M-मान सिंह
D-मुल्ला "दो" प्याज़ा
H-हकीम हुकाम
स्थापत्यकला के क्षेत्र में अकबर की महत्त्वपूर्ण कृतियाँ
TRICK-"हमने इलाहाबाद में इबादत की फिर लाजवंती ने अलग से पानी की बूंद को देखा"
ह+मने- हुमायूँ का मकबरा (दिल्ली)
इलाहाबाद-इलाहाबाद का किला "में-silent"
इबादत-इबादत खाना "की-silent"
फिर-फतेहपुर सिकरी में शाहीमहल
ला-लाहौर का किला
जवंती-जोधाबाई का महल "ने-silent"
अ+लग-आगरा का लाल किला "से-silent"
पानी-पंचमहल "की-silent"
बुंद-बुलंद दरवाजा (गुजरात विजय के उपलक्ष्य में) "को-silent"
दे+खा-दीवाने खास
अकबर के महत्त्वपूर्ण कार्य
TRICK-"हरदास ने तीर्थयात्रा में जा फसी आसमा को इबादत खान की अनुमति से मदीना से इलाहाबाद लेआया"
हर- 1562 ई. में हरम दल से अकबर को पूर्णत मुक्ति
दास- 1562 ई. में दासप्रथा का अंत "ने-silent"
तीर्थयात्रा- 1563 ई. में तीर्थयात्रा कर समाप्त "में-silent"
जा- 1564 ई. में जजिया कर समाप्त
फसी- 1571 ई. में फतेहपुर सिकरी की स्थापना
आ+समा- 1571 ई में आगरा(आ) से फतेहपुर सिकरी(समा) राजधानी का स्थानांतरण "को-silent"
इबादत खान- 1575 ई. में इबादतखाने की स्थापना "की-silent"
अनुमति- 1578 ई. में इबादतखाने में सभी धर्मों के लोगो के प्रवेश की अनुमति "से-silent"
म- 1579 ई. में मजहर की घोषणा
दीना- 1582 ई. में दीन-ए-इलाही की स्थापना "से-silent"
इ- 1583 ई. में इलाही संवत् की शुरुआत
लाहाबाद- 1585 ई. में राजधानी लाहौर स्थानांतरित "लेआया-silent"
अकबर ने महाराणा प्रताप को अधीनता स्वीकार करने के लिए 1573 ई. में 4 दूत भेजे ।
TRICK-"जमना भट्ट"
ज-जलाल खाँ
मना-मान सिंह
भ-भगवन्तदास
ट्ट- राजा टोडरमल (अकबर का दीवान जिसने 1580 ई. में दहसाल बंदोबस्त व्यवस्था लागू की)
महत्त्वपूर्ण बिन्दु
हल्दीघाटी का युद्ध 18 जून, 1576 ई. को मेवाड़ के प्रतापी शासक महाराणा प्रताप और अकबर के बिच हुआ। इस युद्ध में अकबर विजयी हुआ। इस युद्ध में मुग़ल सेना का नेतृत्व मान सिंह और आसफ खाँ ने किया था।
अकबर ने जैनधर्म के जैनाचार्य हरिविजय सूरी को जगतगुरु की उपाधि प्रदान की थी।
राजस्व प्राप्ति की जब्ती प्रणाली प्रचलित थी ।
प्रसिद्ध संगीतकार तानसेन था।
प्रसिद्ध चित्रकार अब्दुससमद था।
दरबार के चित्रकार दसवंत और बसावन थे।
प्रमुख गायक तानसेन, बाजबहादुर, बाबा रामदास और बैजू बाबरे थे।
शासन प्रणाली की प्रमुख विशेषता मनसबदारी प्रथा थी।
समकालीन प्रसिद्ध संत शेख सलीम चिश्ती थे।
अकबर को सिकंदराबाद के निकट दफनाया गया।
अबुलफज़ल का बड़ा भाई फैजी अकबर के दरबार में राजकवि जे पद पर आसीन था।
महाभारत का फारसी भाषा में रज्मनामा नाम से अनुवाद बदायूँनी, नकीब खाँ और अब्दुल कादिर ने किया।
अकबर ने नरसिंह को महापात्र की उपाधि प्रदान की।
अकबर ने शिरी कलम की उपाधि अब्दुससमद को और जड़ी कलम की उपाधि मुहम्मद हुसैन कश्मीरी को दी।
पंचतंत्र का फारसी भाषा में अनुवाद अबुल फज़ल ने अनवर-ए-सादात नाम से तथा मौलाना हुसैन फैज़ ने यार-ए-दानिश नाम से किया।
पानीपत की दूसरी लड़ाई 5 नवम्बर, 1556 ई. को अकबर और हेमू के बीच हुई थी।