Wonderful facts of Snakes (in Hindi)
साँपो के बारे में मजेदार तथ्य
साँप एक रेंगने वाले प्राणी हैं जिसके बारे में हम सब जानते हैं. इसकी लगभग 2500 से 3000 किसमें पुरी दुनिया में मिलती है, मगर सारे के सारे साँप जहरीले नही होते. जो साँप जहरीले होते हैं उनके मुँह में जहर की एक थैली होती है जो उसके दाँतो से जुडी होती है. जब कोई जहरीला साँप किसी प्राणी को काटता है तो जहर उसके शरीर में चला जाता है. आइए साँपो के बारे में कुछ रोचक तथ्य जानें-
1.साँप अपनी खुराक रोज नही लेता. ब्लकि यह हफते, महीने या साल में एक बार ही भोजन करते हैं.
2.साँप किसी भी चीज को चबाकर नही खाते ब्लकि सीधे ही निगल जाते हैं. साँप मेंढ़को, छिपकलियों , पक्षियों, चुहों और अपने से छोटे साँपो को भी खाते है. अफ्रीका का अजगर तो छोटी गाय को भी निगल जाता है.
3.साँप अपने जबड़े के निचले हिस्से को जमीन से लगाकर धरती से उठने वाली तरंगों और थोड़ी सी हलचल को महसुस कर लेता है जिससे भुकंप और सुनामी जैसे विनाशकारी तुफान के बारे में जानकारी देने की क्षमता होती है.
4.साँपो को पानी की जरूरत भी ज्यादा नही होती. यह अपने शिकार से ही पानी प्राप्त करते है.
5.वैज्ञानिकों के अनुसार वाइपर, अजगर और बोआ साँप के सिर पर दो विशेष प्रकार के छिद्र(सुराख) पाए जाते हैं. इन छिद्रों के ऊपर एक पत्ली झिल्ली चढ़ी होती है जो गर्मी के प्रति बहुत संवेदनशील होती है. झिल्ली में काफी संख्या में तंत्रिकाएँ(Nerves) पाई जाती हैं. इस कारण यह अंग तापमान और दर्द को महशुश करने में सक्षम होता है.
यह झिल्ली विभिन्न जीवों के शरीर में निकलने वाली गर्मी जो कि इन्फ्रारेड विकिरण के रूप में होती है, को बहुत आसानी से पहचान लेती है. हांलाकि इस झिल्ली को ऊष्मा के श्त्रोत(source of heat) को महशुस करने में आँखों से कोई मदद नही मिलती है. बावजुद इसके यह उस श्त्रोंत का एक 'ऊष्मा प्रतिबिम्ब (Heat image) बना लेती है. इससे साँप अपने पास मौजुद जीव के आकार का लगभग सही-सही अंदाजा लगा लेता है और उसके प्रति सावधान हो जाता है.
6.एक आंकड़े के अनुसार भारत में हर साल 46 हजार लोग साँप के काटने से मारे जाते है जबकि सरकारी आंकड़ा मात्र 20 हजार का है. इसका मुख्य कारण है न तो भारत में पाए जाने वाले जहरीले साँपो के बारे में जरूरी जानकारी है न ही उससे बचाव के तरीके मालुम है.
7.किंग कोबरा ही एक मात्र साँप है जो न केवल घोंसला बनाता है बल्कि उसकी रक्षा भी करता है.किन्तु नर किंग कोबरा घोसले नही बनाते. घोसला सिर्फ मादा किंग कोबरा बनाती है अपने अण्डों को सुरक्षित रखने के लिए.
8.किंग कोबरा जहरीले साँपो में सबसे लम्बे साँप होते है और आमतौर पर इनकी लंम्बाई 18 फुट तक होती है. इनका जहर इतना ज्यादा खतरनाक होता है कि उसकी मात्र 7 मि. ली. मात्रा 20 आदमी या 1 हाथी को मार सकती है.
9.शेर जैसे भयंकर जानवर को तो हम मानव थोड़ी-बहुत ट्रेनिंग देकर कुछ सिखा सकते हैं पर साँप को नहीं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि साँप कुछ सीख ही नही सकते. उनके दिमाग में अन्य जीव की तरह सेरिब्रल हेमीस्फियर नही पाया जाता है. दिमाग का यही हिस्सा सीखने की क्रिया को नियंत्रित करता है. साँप के दिमाग में यह हिस्सा ही नही होता, इस लिए वह कुछ सीखते ही नही है.
10.साँप को कोई आवाज सुनाई नहीं देती. साँप बहरे होते हैं. हवा में पैदा होने वाली ध्वनि तरंगो का साँप पर कोई प्रभाव नही होता. बीन की आवाज सुनकर साँप का आना केवल लोगों में फैला भ्रम है.
11.एक साँप अपने मुँह से तीन गुना बड़े शिकार को खा सकता है.
12.साँप की आँखों पर पलकें नहीं होती है. पलकों के स्थान पर एक पतली और पारदर्शी झिल्ली साँप की आँखों की सुरक्षा करती है.