26 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक का 21 मास की अवधि में
भारत में आपातकाल घोषित था। तत्कालीन राष्ट्रपति
फ़ख़रुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री
इन्दिरा गांधी के कहने पर भारतीय संविधान की धारा 352
के अधीन आपातकाल की घोषणा कर दी। स्वतंत्र भारत के
इतिहास में यह सबसे विवादास्पद और अलोकतांत्रिक काल
था। आपातकाल में चुनाव स्थगित हो गए तथा नागरिक
अधिकारों को समाप्त करके मनमानी की गई। इंदिरा
गांधी के राजनीतिक विरोधियों को कैद कर लिया गया
और प्रेस पर प्रतिबंधित कर दिया गया। प्रधानमंत्री के बेटे
संजय गांधी के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर नसबंदी अभियान
चलाया गया। जयप्रकाश नारायण ने इसे भारतीय इतिहास
की सर्वाधिक काली अवधि' कहा था।
भारत में आपातकाल घोषित था। तत्कालीन राष्ट्रपति
फ़ख़रुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री
इन्दिरा गांधी के कहने पर भारतीय संविधान की धारा 352
के अधीन आपातकाल की घोषणा कर दी। स्वतंत्र भारत के
इतिहास में यह सबसे विवादास्पद और अलोकतांत्रिक काल
था। आपातकाल में चुनाव स्थगित हो गए तथा नागरिक
अधिकारों को समाप्त करके मनमानी की गई। इंदिरा
गांधी के राजनीतिक विरोधियों को कैद कर लिया गया
और प्रेस पर प्रतिबंधित कर दिया गया। प्रधानमंत्री के बेटे
संजय गांधी के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर नसबंदी अभियान
चलाया गया। जयप्रकाश नारायण ने इसे भारतीय इतिहास
की सर्वाधिक काली अवधि' कहा था।