1) ‘सर्वप्रिय योजना’ सर्वप्रथम कहाँ लागू की गयी? – दिल्ली में
2) बजटीय घाटे में सरकार के कुल ऋण-भार जोड़ देने पर क्या प्राप्त होता है? – राजकोषीय घाटा (Fiscal
Deficit)
3) जब सरकार के किसी व्यय का लाभ व्यक्ति द्वारा स्पष्ट रूप से पहचान लिया जाता है, परन्तु उसकी लागत से वह अनभिज्ञ रहता है, तो ऐसी स्थिति को क्या कहते हैं? – राजकोषीय भ्रम (Fiscal Illusion)
4) भारत के केन्द्रीय सरकार के बजट में आगम व्यय की सबसे बड़ी मद कौन-सी है? – ब्याज
5) कुल प्राप्ति (राजस्व + पूँजीगत) की तुलना में व्यय (राजस्व + पूँजीगत व्यय) की अधिकता को क्या कहा
जाता है? – बजट घाटा
2) बजटीय घाटे में सरकार के कुल ऋण-भार जोड़ देने पर क्या प्राप्त होता है? – राजकोषीय घाटा (Fiscal
Deficit)
3) जब सरकार के किसी व्यय का लाभ व्यक्ति द्वारा स्पष्ट रूप से पहचान लिया जाता है, परन्तु उसकी लागत से वह अनभिज्ञ रहता है, तो ऐसी स्थिति को क्या कहते हैं? – राजकोषीय भ्रम (Fiscal Illusion)
4) भारत के केन्द्रीय सरकार के बजट में आगम व्यय की सबसे बड़ी मद कौन-सी है? – ब्याज
5) कुल प्राप्ति (राजस्व + पूँजीगत) की तुलना में व्यय (राजस्व + पूँजीगत व्यय) की अधिकता को क्या कहा
जाता है? – बजट घाटा