बादल — अहम तथ्य
1. ►- बादल मुख्य रूप से हवा के रुद्धोष्म (Adiabatic) प्रक्रिया के माध्यम से ठंडे होने पर उसके तापमान के ओसांक से नीचे गिरने से बनते हैं ।
2.►-नेफोमीटर से बादलों की दिशा एवं गति का मापन किया जाता है।
3. ►-कम घनत्व की वजह से बादल वायुमंडल में तैरते हैं ।
4.►-हिम कणों बने ऊंचे, सफेद और पतले बादल को पक्षाभ बादल कहते हैं ।
5.►-कपासी बादल का आकार समतल और शीर्ष गुंबदनुमा होता है।
6.►-स्तरी बादल परतदार चादर जैसे लगते हैं । यह बादल दो या तीन किलोमीटर की ऊंचाई में पाये जाते हैं।
7.►-किसी भी समय पृथ्वी का आधार भाग बादलों से आच्छादित रहता है लेकिन उसके 3 प्रतिशत भाग पर
ही बारिश होती है ।
8.►-बादल सौर विकिरण का अवशोषण और परावर्तन दोनों करते हैं ।
9.►-भूमध्यरेखीय प्रदेश में दिखने वाला मेघ कपासी वर्षा करता है ।
1. ►- बादल मुख्य रूप से हवा के रुद्धोष्म (Adiabatic) प्रक्रिया के माध्यम से ठंडे होने पर उसके तापमान के ओसांक से नीचे गिरने से बनते हैं ।
2.►-नेफोमीटर से बादलों की दिशा एवं गति का मापन किया जाता है।
3. ►-कम घनत्व की वजह से बादल वायुमंडल में तैरते हैं ।
4.►-हिम कणों बने ऊंचे, सफेद और पतले बादल को पक्षाभ बादल कहते हैं ।
5.►-कपासी बादल का आकार समतल और शीर्ष गुंबदनुमा होता है।
6.►-स्तरी बादल परतदार चादर जैसे लगते हैं । यह बादल दो या तीन किलोमीटर की ऊंचाई में पाये जाते हैं।
7.►-किसी भी समय पृथ्वी का आधार भाग बादलों से आच्छादित रहता है लेकिन उसके 3 प्रतिशत भाग पर
ही बारिश होती है ।
8.►-बादल सौर विकिरण का अवशोषण और परावर्तन दोनों करते हैं ।
9.►-भूमध्यरेखीय प्रदेश में दिखने वाला मेघ कपासी वर्षा करता है ।