पी सी एस परीक्षा में सफलता के लिए प्रस्तुत है समग्र रणनीति पर चर्चा
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दोस्तों किसी भी परीक्षा में सफल होने का एकसूत्रीय मंत्र यह है कि उस परीक्षा की डिमांड को ठीक से समझा जाये और उसके अनुसार एंनसर की सप्लाई की जाए।
DEMAND ^ & SUPPLY ^
यह सूत्र लगभग हर परीक्षा के लिए सही है फिर चाहे वह IAS हो PCS हो SSC, IBPS, CAT, JEE, AIPMT इत्यादि कोई भी हो। लेकिन ज्यादातर लडके लड़कियां इस सीधी सी बात को इग्नोर करके कोचिंग के पीछे भागते हैं और कोचिंग माफियाओं ने प्रतियोगी परीक्षाओं के इर्द-गिर्द भय का ऐसा वातावरण बना रखा है कि बिना कोचिंग के सफल नही हो सकते। इतना भयंकर फर्जी विज्ञापन करते हैं कि मानो सारे टापर्स एक ही कोचिंग में पढकर पास हुए हो। फिर लडके अपने विवेक को डस्टबिन में फेंक कर लकीर के फकीर बनने दिल्ली, कोटा, इलाहाबाद, पटना चल देते हैं। यहां आकर 4-5 साल कोचिंग और सेल्फ स्टडी करते हैं। फिर भी पास नही होते। क्योंकि उनका आत्मविश्वास, प्रेरणा, रचनात्मक शक्ति और जुनून शनै शनै क्षीण होता जाता है।कुछ बच्चे टापर्स के इंटरव्यू मैग्जीन में पढकर कोचिंग की ओर भागते हैं। वे जानते ही नहीं कि सच क्या है। कोचिंग वाले कहते हैं कि दिमाग मत लगाओ हम कंप्लीट पैकेज दे रहे हैं। वहीं पढो। जब पका पकाया भोजन मिल रहा है तो दिमाग लगाने की जरूरत क्या है? यही सोंच धीरे-धीरे बुद्धि और समझ को कुंद बना देती है। जो छात्र अपने विवेक का अधिकतम उपयोग करके लीडर बन सकता था वह एक मामूली नौकरी के लिए हाथ-पांव चलाना शुरू कर देता है। हम यह नही कह रहे हैं कि कोचिंग न करो लेकिन पूरे होशो हवास में रहो।DM & SDM तुम्हे बनना है उन्हें नही। उनके पास कोई जादू की छडी नही है। उनके लिए तो सब धंधा है।एक बैच खत्म दूसरा शुरू। दिन में चार चार बैच। आपकी समस्याओं और उनके समुचित समाधान के लिए उनके पास वक्त नही है। मुनाफा कमाना ही उनका एकमात्र धर्म है।
लेकिन हमारा काम है आपको जगाना सही दिशा में लेकर चलना मंजिल पर पहुंचाना।
परीक्षा की हर योजना बिल्कुल शीशे की तरह साफ करना ताकि कहीं कोई उलझन न रहे। फिर आप चाहें जिस परीक्षा की तैयारी कर रहे हो। हम सिर्फ परीक्षा की डिमांड और सप्लाई पर फोकस करते हैं । न कम न ज्यादा। हर मटेरियल नापतौल करके देते हैं। अपडेट करके। जो परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है। हम बच्चों को भी लगातार उत्कृष्ट तरह से सोंचने और अपनी प्रतिभा के श्रेष्ठ प्रदर्शन करने को प्रोत्साहित करते हैं। क्योंकि हमें आपकी क्षमताओं में पूरा यकीन है।
हम इसी क्षमता को परीक्षा के प्लेटफार्म पर एक्सीलेंट तरीके से प्रूव कराना चाहते हैं।
तो चलिए अब बात करते हैं PCS की संपूर्ण और समग्र तैयारी हेतु रणनीति पर - -
दोस्तों यह तीन चरणों की परीक्षा है।
1 PRE EXAM - 2 Paper
2 . MAINS EXAM - 8 Paper
3. INTERVIEW -
अभी 20 मार्च को इस परीक्षा का प्री एग्जाम संपन्न हुआ है और जिनका पेपर अच्छा हो गया है वे मुख्य परीक्षा की तैयारी में जुट गए हैं। जिन्हे मुख्य परीक्षा देना है उनकी हम हेल्प करते रहेंगे लेकिन कई दोस्तों ने कहा कि वे भी अगले साल इस परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं तो उन्हें जरूरी मार्गदर्शन दिया जाए। तो सबसे पहले आप सभी दोस्त इस परीक्षा का सिलेबस और प्री तथा मेंस का साल्वड पेपर खरीद लें। जैसे
1. नियमावली और सिलेबस जानने के लिए
शिल्पी पब्लिकेशन की बुकलेट खरीद लें और
इसे रोज जरूर देखें ताकि पूरा सिलेबस रट जाए। या तो फोटोस्टेट कराके दीवाल पर चिपका दें ताकि हर समय नजर पडती रहे।
2.फिर घटना चक्र के विभिन्न खंडों के सामान्य अध्ययन के विभिन्न सेट एक एक करके खरीद लें और उसे कम से कम 10 बार पढ जाएं। क्योंकि यहां से 50%प्रश्न हर साल दुहराये जाते हैं। इस साल 85 %प्रश्न परंपरागत ही पूछे गए थे।
3.यूथ कंपटीशन का प्री और मेन्स का साल्वड भी खरीद सकते हैं लेकिन इसमें कुछ त्रुटियां भी रहती है जिसे ध्यान से पढना होगा।
4.लयूसेंट का सामान्य अध्ययन और सामान्य विज्ञान खरीद लें और कम से कम 7-8 बार पढ़ जाएं और दुहराते रहे।
5.परीक्षा मंथन का निबंध संग्रह खरीद लें और रोज 4-5 निबंध पढें तथा खुद भी सोंच कर किसी टॉपिक पर लिखें। इससे अभी से अभ्यास होता रहेगा।
6.दैनिक घटनाओं के लिए विवास पैनोरमा का वार्षिक संग्रह खरीदें लेकिन जब परीक्षा एक महीना शेष रहे तब। वैसे घटना चक्र का मासिक
समसामयिक मैग्जीन हर महीने खरीदते रहें।
7.एक वैकल्पिक विषय यहां से चुन सकते हैं
हिन्दी साहित्य, इतिहास , भूगोल और राजनीति विज्ञान और समाजशास्त्र में से। क्योंकि आपने इसे स्नातक के दौरान पढा होगा और यह GS में भी लाभकारी है।
8.दूसरा विषय रक्षा, सोशल वर्क, दर्शन शास्त्र इत्यादि में से चुन लो और उससे संबंधित किताबें खरीद कर अभी से पढते रहो।
9.UPPCS में NCERT को पढना बहुत जरूरी नही है लेकिन यदि समय है तो पढ लेना ठीक होगा। विषय की समझ दुरूस्त हो जाती है।
10. सामान्य हिन्दी के लिए कई अच्छी किताबें आती है। आप उन्हें खरीद लें और अभी से सभी खंड थोड़ा थोड़ा तैयार करते रहे। आप चाहेंगे तो बाद में हम हर सब्जेक्ट की किताबें पोस्ट कर देंगे।
11. तीनो चरणों की सटीक और जबर्दस्त तैयारी करके परीक्षा में शामिल हो और पहले ही प्रयास में काम तमाम कर दें। बार बार का झंझट ही खत्म।
12.CSAT वाले पेपर के लिए SSC और IBPS की एक दो प्रैक्टिस बुक खरीद कर रीजनिंग और मैथ लगाते रहे। ध्यान रहे रोज एक दो सेट जरुर लगाएँ।
13 अभी से यदि 6-8 घंटे मेहनत करते रहेंगे तो परीक्षा नजदीक आने पर दबाव नही रहेगा और जल्दी-जल्दी पढने के झंझट से फ्री रहेंगे।
14. परीक्षा में बैठने वाले अनुभवी खिलाड़ियों से डरने की जरूरत नही है। तैयारी महत्वपूर्ण है सिनियारिटी नही। इसलिए 100%परीक्षा पर एकाग्र रहे। फालतू की बातों और अफवाहों से दूर रहना है।
15 दर्पण, क्रानिकल, योजना तीनो मैग्जीन अभी से खरीद कर उसे हर महीने पढते रहे।
आलमारी में लाकर सजाना नहीं है। पढना है।
16.लेखों के लिए दृष्टिकोण मंथन या अभिव्यक्ति पाक्षिक पत्र आते हैं। उन्हें आप ध्यान से पढें और मुद्दों पर अपनी संतुलित राय बनाने की कोशिश करें।
17. न्यूजपेपर में दैनिक जागरण राष्ट्रीय संस्करण और जनसत्ता या हिन्दुस्तान पेपर खरीद सकते हैं। रोज पढे जो जरूरी हो उसे काट कर फाइल बना लें और दुहराते रहे।
18. दोनों वैकल्पिक विषयों के पूर्व प्रश्नों पर सब्जेक्ट तैयार होने के बाद लिखने का अभ्यास करते रहे।
19.मौका मिले तो इंटरव्यू की जरूरतों पर भी समय देते रहे और जरूरी चीजों को जुटाते और सीखते रहे। ताकि बाद में हडबडाहट न हो
20. हिन्दी माध्यम से तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों की अंग्रेजी और गणित कमजोर होती है। इसलिए इन दोनों सेक्सन पर अभी से पढाई करते रहे। दोनों विषय सिर्फ अभ्यास से आयेंगे। इसलिए खूब अभ्यास करें। कोई सब्जेक्ट कठिन नही होता बस शुरुआत करने की जरूरत रहती है।
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दोस्तों किसी भी परीक्षा में सफल होने का एकसूत्रीय मंत्र यह है कि उस परीक्षा की डिमांड को ठीक से समझा जाये और उसके अनुसार एंनसर की सप्लाई की जाए।
DEMAND ^ & SUPPLY ^
यह सूत्र लगभग हर परीक्षा के लिए सही है फिर चाहे वह IAS हो PCS हो SSC, IBPS, CAT, JEE, AIPMT इत्यादि कोई भी हो। लेकिन ज्यादातर लडके लड़कियां इस सीधी सी बात को इग्नोर करके कोचिंग के पीछे भागते हैं और कोचिंग माफियाओं ने प्रतियोगी परीक्षाओं के इर्द-गिर्द भय का ऐसा वातावरण बना रखा है कि बिना कोचिंग के सफल नही हो सकते। इतना भयंकर फर्जी विज्ञापन करते हैं कि मानो सारे टापर्स एक ही कोचिंग में पढकर पास हुए हो। फिर लडके अपने विवेक को डस्टबिन में फेंक कर लकीर के फकीर बनने दिल्ली, कोटा, इलाहाबाद, पटना चल देते हैं। यहां आकर 4-5 साल कोचिंग और सेल्फ स्टडी करते हैं। फिर भी पास नही होते। क्योंकि उनका आत्मविश्वास, प्रेरणा, रचनात्मक शक्ति और जुनून शनै शनै क्षीण होता जाता है।कुछ बच्चे टापर्स के इंटरव्यू मैग्जीन में पढकर कोचिंग की ओर भागते हैं। वे जानते ही नहीं कि सच क्या है। कोचिंग वाले कहते हैं कि दिमाग मत लगाओ हम कंप्लीट पैकेज दे रहे हैं। वहीं पढो। जब पका पकाया भोजन मिल रहा है तो दिमाग लगाने की जरूरत क्या है? यही सोंच धीरे-धीरे बुद्धि और समझ को कुंद बना देती है। जो छात्र अपने विवेक का अधिकतम उपयोग करके लीडर बन सकता था वह एक मामूली नौकरी के लिए हाथ-पांव चलाना शुरू कर देता है। हम यह नही कह रहे हैं कि कोचिंग न करो लेकिन पूरे होशो हवास में रहो।DM & SDM तुम्हे बनना है उन्हें नही। उनके पास कोई जादू की छडी नही है। उनके लिए तो सब धंधा है।एक बैच खत्म दूसरा शुरू। दिन में चार चार बैच। आपकी समस्याओं और उनके समुचित समाधान के लिए उनके पास वक्त नही है। मुनाफा कमाना ही उनका एकमात्र धर्म है।
लेकिन हमारा काम है आपको जगाना सही दिशा में लेकर चलना मंजिल पर पहुंचाना।
परीक्षा की हर योजना बिल्कुल शीशे की तरह साफ करना ताकि कहीं कोई उलझन न रहे। फिर आप चाहें जिस परीक्षा की तैयारी कर रहे हो। हम सिर्फ परीक्षा की डिमांड और सप्लाई पर फोकस करते हैं । न कम न ज्यादा। हर मटेरियल नापतौल करके देते हैं। अपडेट करके। जो परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है। हम बच्चों को भी लगातार उत्कृष्ट तरह से सोंचने और अपनी प्रतिभा के श्रेष्ठ प्रदर्शन करने को प्रोत्साहित करते हैं। क्योंकि हमें आपकी क्षमताओं में पूरा यकीन है।
हम इसी क्षमता को परीक्षा के प्लेटफार्म पर एक्सीलेंट तरीके से प्रूव कराना चाहते हैं।
तो चलिए अब बात करते हैं PCS की संपूर्ण और समग्र तैयारी हेतु रणनीति पर - -
दोस्तों यह तीन चरणों की परीक्षा है।
1 PRE EXAM - 2 Paper
2 . MAINS EXAM - 8 Paper
3. INTERVIEW -
अभी 20 मार्च को इस परीक्षा का प्री एग्जाम संपन्न हुआ है और जिनका पेपर अच्छा हो गया है वे मुख्य परीक्षा की तैयारी में जुट गए हैं। जिन्हे मुख्य परीक्षा देना है उनकी हम हेल्प करते रहेंगे लेकिन कई दोस्तों ने कहा कि वे भी अगले साल इस परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं तो उन्हें जरूरी मार्गदर्शन दिया जाए। तो सबसे पहले आप सभी दोस्त इस परीक्षा का सिलेबस और प्री तथा मेंस का साल्वड पेपर खरीद लें। जैसे
1. नियमावली और सिलेबस जानने के लिए
शिल्पी पब्लिकेशन की बुकलेट खरीद लें और
इसे रोज जरूर देखें ताकि पूरा सिलेबस रट जाए। या तो फोटोस्टेट कराके दीवाल पर चिपका दें ताकि हर समय नजर पडती रहे।
2.फिर घटना चक्र के विभिन्न खंडों के सामान्य अध्ययन के विभिन्न सेट एक एक करके खरीद लें और उसे कम से कम 10 बार पढ जाएं। क्योंकि यहां से 50%प्रश्न हर साल दुहराये जाते हैं। इस साल 85 %प्रश्न परंपरागत ही पूछे गए थे।
3.यूथ कंपटीशन का प्री और मेन्स का साल्वड भी खरीद सकते हैं लेकिन इसमें कुछ त्रुटियां भी रहती है जिसे ध्यान से पढना होगा।
4.लयूसेंट का सामान्य अध्ययन और सामान्य विज्ञान खरीद लें और कम से कम 7-8 बार पढ़ जाएं और दुहराते रहे।
5.परीक्षा मंथन का निबंध संग्रह खरीद लें और रोज 4-5 निबंध पढें तथा खुद भी सोंच कर किसी टॉपिक पर लिखें। इससे अभी से अभ्यास होता रहेगा।
6.दैनिक घटनाओं के लिए विवास पैनोरमा का वार्षिक संग्रह खरीदें लेकिन जब परीक्षा एक महीना शेष रहे तब। वैसे घटना चक्र का मासिक
समसामयिक मैग्जीन हर महीने खरीदते रहें।
7.एक वैकल्पिक विषय यहां से चुन सकते हैं
हिन्दी साहित्य, इतिहास , भूगोल और राजनीति विज्ञान और समाजशास्त्र में से। क्योंकि आपने इसे स्नातक के दौरान पढा होगा और यह GS में भी लाभकारी है।
8.दूसरा विषय रक्षा, सोशल वर्क, दर्शन शास्त्र इत्यादि में से चुन लो और उससे संबंधित किताबें खरीद कर अभी से पढते रहो।
9.UPPCS में NCERT को पढना बहुत जरूरी नही है लेकिन यदि समय है तो पढ लेना ठीक होगा। विषय की समझ दुरूस्त हो जाती है।
10. सामान्य हिन्दी के लिए कई अच्छी किताबें आती है। आप उन्हें खरीद लें और अभी से सभी खंड थोड़ा थोड़ा तैयार करते रहे। आप चाहेंगे तो बाद में हम हर सब्जेक्ट की किताबें पोस्ट कर देंगे।
11. तीनो चरणों की सटीक और जबर्दस्त तैयारी करके परीक्षा में शामिल हो और पहले ही प्रयास में काम तमाम कर दें। बार बार का झंझट ही खत्म।
12.CSAT वाले पेपर के लिए SSC और IBPS की एक दो प्रैक्टिस बुक खरीद कर रीजनिंग और मैथ लगाते रहे। ध्यान रहे रोज एक दो सेट जरुर लगाएँ।
13 अभी से यदि 6-8 घंटे मेहनत करते रहेंगे तो परीक्षा नजदीक आने पर दबाव नही रहेगा और जल्दी-जल्दी पढने के झंझट से फ्री रहेंगे।
14. परीक्षा में बैठने वाले अनुभवी खिलाड़ियों से डरने की जरूरत नही है। तैयारी महत्वपूर्ण है सिनियारिटी नही। इसलिए 100%परीक्षा पर एकाग्र रहे। फालतू की बातों और अफवाहों से दूर रहना है।
15 दर्पण, क्रानिकल, योजना तीनो मैग्जीन अभी से खरीद कर उसे हर महीने पढते रहे।
आलमारी में लाकर सजाना नहीं है। पढना है।
16.लेखों के लिए दृष्टिकोण मंथन या अभिव्यक्ति पाक्षिक पत्र आते हैं। उन्हें आप ध्यान से पढें और मुद्दों पर अपनी संतुलित राय बनाने की कोशिश करें।
17. न्यूजपेपर में दैनिक जागरण राष्ट्रीय संस्करण और जनसत्ता या हिन्दुस्तान पेपर खरीद सकते हैं। रोज पढे जो जरूरी हो उसे काट कर फाइल बना लें और दुहराते रहे।
18. दोनों वैकल्पिक विषयों के पूर्व प्रश्नों पर सब्जेक्ट तैयार होने के बाद लिखने का अभ्यास करते रहे।
19.मौका मिले तो इंटरव्यू की जरूरतों पर भी समय देते रहे और जरूरी चीजों को जुटाते और सीखते रहे। ताकि बाद में हडबडाहट न हो
20. हिन्दी माध्यम से तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों की अंग्रेजी और गणित कमजोर होती है। इसलिए इन दोनों सेक्सन पर अभी से पढाई करते रहे। दोनों विषय सिर्फ अभ्यास से आयेंगे। इसलिए खूब अभ्यास करें। कोई सब्जेक्ट कठिन नही होता बस शुरुआत करने की जरूरत रहती है।