कला और संस्कृति के अन्तर्गत विश्व के प्रमुख धर्म प्रश्नोत्तरी
1. ‘‘तुम्हारा अधिकार कर्म पर है, जो यहाँ नहीं है वह कहीं नहीं है’’ यह निम्नलिखित में से किस ग्रन्थ में कहा गया है?
(A) अष्टाध्यायी (B) महाभाष्य
(C) श्रीमद्भागवत् (D) महाभारत
2. जैन परम्परा के अनुसार जैन धर्म में कुल कितने तीर्थंकर हुए?
(A) 20 (B) 23
(C) 24 (D) 25
3. स्यादवाद् किस धर्म का मूलाधार था?
(A) बौद्ध धर्म (B) जैन धर्म
(C) वैष्णव धर्म (D) शैव धर्म
4. जैन धर्म के पाँच व्रतों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण व्रत है–
(A) अमृषा (B) अहिंसा
(C) अस्तेय (D) अपरिग्रह
5. जैन तीर्थकर पाश्र्वनाथ द्वारा प्रतिपादित चार महाव्रतों में महावीर स्वामी ने पाँचवें व्रत के रूप में क्या जोड़ा?
(A) अहिंसा (B) अस्तेय
(C) अपरिग्रह (D) ब्रह्मचर्य
उत्तर : 1. (C), 2. (C), 3. (B), 4. (B), 5. (D)
1. ‘‘तुम्हारा अधिकार कर्म पर है, जो यहाँ नहीं है वह कहीं नहीं है’’ यह निम्नलिखित में से किस ग्रन्थ में कहा गया है?
(A) अष्टाध्यायी (B) महाभाष्य
(C) श्रीमद्भागवत् (D) महाभारत
2. जैन परम्परा के अनुसार जैन धर्म में कुल कितने तीर्थंकर हुए?
(A) 20 (B) 23
(C) 24 (D) 25
3. स्यादवाद् किस धर्म का मूलाधार था?
(A) बौद्ध धर्म (B) जैन धर्म
(C) वैष्णव धर्म (D) शैव धर्म
4. जैन धर्म के पाँच व्रतों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण व्रत है–
(A) अमृषा (B) अहिंसा
(C) अस्तेय (D) अपरिग्रह
5. जैन तीर्थकर पाश्र्वनाथ द्वारा प्रतिपादित चार महाव्रतों में महावीर स्वामी ने पाँचवें व्रत के रूप में क्या जोड़ा?
(A) अहिंसा (B) अस्तेय
(C) अपरिग्रह (D) ब्रह्मचर्य
उत्तर : 1. (C), 2. (C), 3. (B), 4. (B), 5. (D)