एडोल्फ हिटलर :-
अडोल्फ हिटलर (२० अप्रैल १८८९ - ३० अप्रैल १९४५) एक प्रसिद्ध जर्मन राजनेता एवं तानाशाह थे। वे "राष्ट्रीय समाजवादी जर्मन कामगार पार्टी" (NSDAP) के नेता थे। इस पार्टी को प्राय: "नाजी पार्टी" के नाम से जाना जाता है। सन् १९३३ से सन् १९४५ तक वह जर्मनी का शासक रहे। हिटलर को द्वितीय विश्वयुद्ध के लिये सर्वाधिक जिम्मेदार माना जाता है। द्वीतिय विश्व युद्ध तब हुआ जब उनके आदेश पर नात्सी सेना ने पोलैंड पर आक्रमण किया। फ्रांस और ब्रिटेन ने पोलैंड को सुरक्षा देने का वादा किया था और वादे के अनुसार उन दोनो ने नात्सी जरमनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी।
रोचक तथ्य :-
यूरोप की धरती पर कत्लेआम मचा कर हिटलर को सबसे ज्यादा क्रूर आदमी के रूप में जाना गया। हिटलर नाम दुष्टता का पर्याय बन गया। प्रथम विश्वयुद्ध में ब्रिटिश सैनिकों ने एक घायल जर्मन सैनिक की जान बख्श दी थी। वह खुशनसीब सैनिक एडोल्फ हिटलर ही था, जिसने चुन-चुन के यहूदियों को कत्लेआम किया। वहीं, सिर्फ चार साल की उम्र में एक पादरी ने हिटलर को डूबने से बचाया था। द्वितीय विश्व युद्ध के यातना गृह के बारे में सभी जानते हैं। यहां यहूदी लोगों को इकट्ठा कर गैस चैंबर में ठूस दिया जाता था। यह आश्चर्य की बात है कि हिटलर ने इन यातनागृहों का कभी भी दौरा नहीं किया। भले ही द्वितीय विश्व युद्ध में यूरोप की धरती को यहूदियों के खून से लाल कर दिया गया हो, लेकिन हिटलर का पहला प्यार एक यहूदी लड़की ही थी। तब वह इतना साहस भी नहीं बटोर पाया कि उससे अपनी दिल की बात कह सके। इतना कत्लेआम मचाने के बाद भी हिटलर शुद्ध रूप से शाकाहारी था। इतना ही नहीं, उसने पशु क्रूरता के खिलाफ एक कानून भी बना दिया। वहीं, हिटलर अमेरिकी कार निर्माता हेनरी फोर्ड से बहुत ज्यादा प्रभावित था। इसलिए वह अपनी डेस्क के पीछे उनकी तस्वीर लगा कर रखता था। हिटलर पेट फूलने की समस्या से ग्रस्त था। इसके लिए वह 28 तरीके की दवाइयां लेता था। इतना ही नहीं, वह 80 तरह की नशीली दवाओं (ड्रग्स) का लती भी था। इनमें एम्फैटेमिन का कॉकटेल, बैल का वीर्य, चूहे मारने वाली दवाई और मॉर्फिन हिटलर को अत्यधिक पसंद थी। इसमें कोई शक नहीं कि 80 तरीके की नशीली दवाओं का उपयोग हिटलर अपनी सेक्स ताकत बढ़ाने के लिए करता था। लेकिन कि हिटलर के पास सिर्फ एक ही अंडकोष था। एंटी स्मोकिंग कैम्पेन (धूम्रपान विरोधी अभियान) के आधुनिक इतिहास में पहली बार हिटलर ने सार्वनिक रूप से धूम्रपान के खिलाफ कैम्पेन का आगाज किया।
अडोल्फ हिटलर (२० अप्रैल १८८९ - ३० अप्रैल १९४५) एक प्रसिद्ध जर्मन राजनेता एवं तानाशाह थे। वे "राष्ट्रीय समाजवादी जर्मन कामगार पार्टी" (NSDAP) के नेता थे। इस पार्टी को प्राय: "नाजी पार्टी" के नाम से जाना जाता है। सन् १९३३ से सन् १९४५ तक वह जर्मनी का शासक रहे। हिटलर को द्वितीय विश्वयुद्ध के लिये सर्वाधिक जिम्मेदार माना जाता है। द्वीतिय विश्व युद्ध तब हुआ जब उनके आदेश पर नात्सी सेना ने पोलैंड पर आक्रमण किया। फ्रांस और ब्रिटेन ने पोलैंड को सुरक्षा देने का वादा किया था और वादे के अनुसार उन दोनो ने नात्सी जरमनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी।
रोचक तथ्य :-
यूरोप की धरती पर कत्लेआम मचा कर हिटलर को सबसे ज्यादा क्रूर आदमी के रूप में जाना गया। हिटलर नाम दुष्टता का पर्याय बन गया। प्रथम विश्वयुद्ध में ब्रिटिश सैनिकों ने एक घायल जर्मन सैनिक की जान बख्श दी थी। वह खुशनसीब सैनिक एडोल्फ हिटलर ही था, जिसने चुन-चुन के यहूदियों को कत्लेआम किया। वहीं, सिर्फ चार साल की उम्र में एक पादरी ने हिटलर को डूबने से बचाया था। द्वितीय विश्व युद्ध के यातना गृह के बारे में सभी जानते हैं। यहां यहूदी लोगों को इकट्ठा कर गैस चैंबर में ठूस दिया जाता था। यह आश्चर्य की बात है कि हिटलर ने इन यातनागृहों का कभी भी दौरा नहीं किया। भले ही द्वितीय विश्व युद्ध में यूरोप की धरती को यहूदियों के खून से लाल कर दिया गया हो, लेकिन हिटलर का पहला प्यार एक यहूदी लड़की ही थी। तब वह इतना साहस भी नहीं बटोर पाया कि उससे अपनी दिल की बात कह सके। इतना कत्लेआम मचाने के बाद भी हिटलर शुद्ध रूप से शाकाहारी था। इतना ही नहीं, उसने पशु क्रूरता के खिलाफ एक कानून भी बना दिया। वहीं, हिटलर अमेरिकी कार निर्माता हेनरी फोर्ड से बहुत ज्यादा प्रभावित था। इसलिए वह अपनी डेस्क के पीछे उनकी तस्वीर लगा कर रखता था। हिटलर पेट फूलने की समस्या से ग्रस्त था। इसके लिए वह 28 तरीके की दवाइयां लेता था। इतना ही नहीं, वह 80 तरह की नशीली दवाओं (ड्रग्स) का लती भी था। इनमें एम्फैटेमिन का कॉकटेल, बैल का वीर्य, चूहे मारने वाली दवाई और मॉर्फिन हिटलर को अत्यधिक पसंद थी। इसमें कोई शक नहीं कि 80 तरीके की नशीली दवाओं का उपयोग हिटलर अपनी सेक्स ताकत बढ़ाने के लिए करता था। लेकिन कि हिटलर के पास सिर्फ एक ही अंडकोष था। एंटी स्मोकिंग कैम्पेन (धूम्रपान विरोधी अभियान) के आधुनिक इतिहास में पहली बार हिटलर ने सार्वनिक रूप से धूम्रपान के खिलाफ कैम्पेन का आगाज किया।