Friday 22 January 2016

History related important question answer

● वांडीवाश के युद्ध में अंग्रेजों का नेतृत्व किसने किया— सर आयर कूट ने
● चंद्रनगर की बस्ती फ्रांसीसियों को किसने भेंट की— शाइस्ता खाँ
● मुगल बादशाह ने किसे ‘नवाब की पदवी’ प्रदान की— डुप्ले को
● पांडिचेरी का गवर्नर जनरल बनने से पूर्व डुप्ले को कहां का गवर्नर नियुक्त किया गया था— चंद्रनगर
● डुप्ले के बाद पांडिचेरी का गवर्नर जनरल कौन बना— गोडेहू
● पुर्तगालियों ने गोवा पर अधिकार कब किया— 1510 में
● पुर्तगालियों ने सर्वप्रथम भारत में कौन-सी फसल की खेती आरंभ की— तंबाकू की खेती
● किसके शासन काल में अंग्रेजों ने दिल्ली पर कब्जा किया— शाह आलम II
● ‘मुंशी शिवगाँव की संधि’ किस युद्ध के पश्चात् हुई— पालखेड़ा के युद्ध के बाद
● ‘संगोला की संधि’ कब हुई— 1750 में
● ‘इलाहाबाद की संधि’ कब हुई— 1765 में
● ईस्ट इंडिया कंपनी को मान्यता कब मिली— 1600 ई.
● पांडिचेरी की स्थापना कब हुई— 1674 ई.
● पांडिचेरी की स्थापना किसने की— फ्रांसिस मार्टिन ने
● अंग्रेजों ने पांडिचेरी को फ्रांसिसियों से कब छीना— 1761 ई.
● रॉबर्ट क्लाइव का उत्तराधिकारी कौन था— वॉरेन हेस्टिंग्स
● भारत का प्रथम गवर्नर जनरल कौन था— लॉर्ड विलियम बैंटिंक
● ‘राज्य हड़प की नीति’ या ‘राज्यक्षय’ किसके द्वारा लागू की गई— लॉर्ड डलहौजी
● राज्य हड़प नीति के अंतर्गत कौन-से भारतीय राज्य कब्जे में किए गए— झाँसी, नागपुर, सतारा, जयपुर, अवध, संबलपुर
● भारत का प्रथम वायसराय कौन था— लॉर्ड कैनिंग
● तीसरे आंग्ल-मैसूर युद्ध को रोकने के लिए टीपू सुल्तान ने कौन-सी संधि की— श्रीरंगपट्टम की संधि
● 1757 ई. में क्लाइव ने किसे पराजित किया— सिराजुदौला
● प्लासी के युद्ध में अंग्रेजी सेना नेतृत्व किसने किया—रॉबर्ट क्लाइव ने
● बक्सर का युद्ध कब हुआ— 1764 ई.
● बक्सर के युद्ध में अंग्रेजी सेना का नेतृत्व किसने किया— हेक्टर मुनरो
● सुगौली की संधि किस-किस के बीच हुई— ईस्ट इंडिया कंपनी और नेपाल के बीच
● टीपू सुल्तान की मृत्यु कहाँ हुई— श्रीरंगपट्टम
● ठगी प्रथा के उन्मूलन में कौन-से गवर्नर जनरल की प्रमुख भूमिका थी— विलियम बैंटिंक
● वोडयार किसके शासक थे— मैसूर रियासत के
● टीपू सुल्तान की राजधानी कहाँ थी— श्रीरंगपट्टनम
● क्लवाइव को बंगाल का गवर्नर कब बनाया गया— 1757 ई.
● द्वैध शासन का अंत किसने किया था— वॉरेन हेस्टिंग्स
● अंग्रेजों का सबसे अधिक विरोध किसने किया— मराठों ने