Sunday 27 December 2015

Economics question answer

=>प्रश्न :- क्‍या होता है विनिवेश ? विनिवेश की प्रक्रिया और इसकी शुरुआत पर चर्चा कीजिये।

- सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों अथवा उपक्रमों में सरकारी हिस्‍सेदारी को बेचने की प्रक्रिया विनिवेश कहलाती है।

- दरअसल इस प्रक्रिया के तहत सरकार घाटे में चल रहे सार्वजनिक क्षेत्र की उन कंपनियों या उपक्रमों की कुछ हिस्‍सेदारी को शेयर या बांड के रूप में बेचती है। इस प्रक्रिया के तहत मिलने वाले धन का उपयोग सरकार या तो उस कंपनी को बेहतर बनाने में करती है या किसी अन्‍य दूसरी योजनाओं में इसको लगाती है।

- किसी कंपनी का विनिवेश का मकसद कंपनी का प्रबंधन बेहतर बनाना होता है। सार्वजनिक क्षेत्र में करीब एक दर्जन ऐसे उपक्रम हैं जिनमें सरकार की हिस्सेदारी 90 फीसदी और 99 फीसदी के बीच है।

- दरअसल विनिवेश का विचार आर्थिक उदारीकरण प्रक्रिया के बाद सामने आया जिसके बाद सरकार ने घाटे वाली सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों और उपक्रमों में निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ाना शुरू कर दिया।

- चूंकि सरकार का काम देश चलाना होता है न कि कारोबार करना।

=>विनिवेश की प्रक्रिया और इसकी शुरुआत :-

- साल 1991 में नई आर्थिक नीति को लागू किए जाने के बाद सार्वजनिक क्षेत्र की उपक्रमों में सरकार की हिस्‍सेदारी घटाने यानी विनिवेश की शुरुआत की गई। इसकी वजह ज्‍यादातर सार्वजनिक क्षेत्र की उपक्रमों का लंबे समय से घाटे में जाना रहा है। क्‍योंकि सरकार अपने दम पर इन उमक्रमों पर किया जाने वाला खर्च वहन नहीं कर सकती।

- दरअसल घाटे में जा रहे सार्वजनिक क्षेत्र की उपक्रमों की वजह से बजट घाटा बढ़ता है और जिसका सीधा बोझ सरकारी खजाने पर पड़ता है।

- मौजूदा विनिवेश नीति के अनुसार सरकार इस फंड की रकम में से लगभग 75 फीसदी आमदनी का इस्तेमाल सामाजिक क्षेत्र और विकास के कामों में लगाती है।

- लेकिन, विनिवेश प्रक्रिया के तहत किसी भी सार्वजनिक क्षेत्र की उपक्रमों में 51 फीसदी की हिस्‍सेदारी सरकार अपने पास रखती है।

=>इस साल 70 हजार करोड़ रुपए का लक्ष्‍य :-
- सरकार ने अपने बजटीय घाटे को कम करने के लिए विनिवेश प्रक्रिया के जरिए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में अपनी हिस्‍सेदारी कम करने की योजना बनाई है। जिसके जरिए सरकार ने इस वर्ष 70 हजार करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्‍य निर्धारित किया है।

- सरकार राजकोषीय घाटे को कम करने और सरकारी निवेश को बढ़ाने और बिना कर्ज के पूंजी जुटाने के लिए विनिवेश कार्यक्रम को रफ्तार देना चाहती है।

- सरकार का चालू वित्‍त वर्ष में विनिवेश का मुख्‍य उद्देश्य सरकारी स्वामित्व वाले उपक्रमों में सरकारी कोष की निर्भरता को कम करना है। ताकि वह सामाजिक क्षेत्र की परियोजनाओं के लिए धन जुटा सके। इसके अलावा वह इस धन का इस्‍तेमाल विकास के कामों में भी लगाना चाहती है।