भारत में आम को फलों का राजा कहा गया हैं.
उत्तर भारत में इसकी बहुलता हैं.
आम अपने गुण और स्वाद के लिए बहुत प्रसिद्ध हैं.
जिसे कच्चा और पका, दोनों रूपों में बड़े मजे के साथ खाया जाता है।
दुनिया भर में इसकी एक हजार से भी ज्यादा किस्में मिलती हैं।
भारत का सबसे बड़ा आम उत्पादक राज्य उत्तरप्रदेश हे.
देहाती अपभ्रंशों में आम के प्रकार इस तरह हैं
पके आम को सलाद की तरह ही नहीं खाया जाता, इससे मैंगो शेक, आइसक्रीम, कैंडी, जैम, जैली, मुरब्बे, स्क्वैश जैसे बने व्यंजन सभी के पसंदीदा हैं। गर्मी के मौसम में कच्चे हरे आम का रस या पना जहां शीतलता प्रदान करता है, वहीं इससे बने आचार, चटनी तो लोग मजे लेकर खाते हैं। आम न केवल पौष्टिक तत्वों से भरपूर है, बल्कि स्वास्थ्यवर्धक गुणों की खान भी है।
इसमें कार्बोहाइड्रेट, विटामिन सी, विटामिन ए और बी कॉम्प्लेक्स, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, लौह जैसे खनिज लवण पाए जाते हैं, जो इसे हमारी सेहत का खजाना बना देते हैं। ये हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं, उसे स्वस्थ और फिट भी रखते हैं।
उत्तर भारत में इसकी बहुलता हैं.
आम अपने गुण और स्वाद के लिए बहुत प्रसिद्ध हैं.
जिसे कच्चा और पका, दोनों रूपों में बड़े मजे के साथ खाया जाता है।
दुनिया भर में इसकी एक हजार से भी ज्यादा किस्में मिलती हैं।
भारत का सबसे बड़ा आम उत्पादक राज्य उत्तरप्रदेश हे.
देहाती अपभ्रंशों में आम के प्रकार इस तरह हैं
- बिज्जू
- मालदा
- किशन भोग
- आम्रपाली
- कलकतिया मालदा
- अल्फांसो
- केलवा
- हाथी झूल
- लंगड़ा
- दशहरी
- चौसा
- मद्रासी मालदा
पके आम को सलाद की तरह ही नहीं खाया जाता, इससे मैंगो शेक, आइसक्रीम, कैंडी, जैम, जैली, मुरब्बे, स्क्वैश जैसे बने व्यंजन सभी के पसंदीदा हैं। गर्मी के मौसम में कच्चे हरे आम का रस या पना जहां शीतलता प्रदान करता है, वहीं इससे बने आचार, चटनी तो लोग मजे लेकर खाते हैं। आम न केवल पौष्टिक तत्वों से भरपूर है, बल्कि स्वास्थ्यवर्धक गुणों की खान भी है।
इसमें कार्बोहाइड्रेट, विटामिन सी, विटामिन ए और बी कॉम्प्लेक्स, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, लौह जैसे खनिज लवण पाए जाते हैं, जो इसे हमारी सेहत का खजाना बना देते हैं। ये हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं, उसे स्वस्थ और फिट भी रखते हैं।